लोकसभा आम चुनाव 2014 से कुछ समय पूर्व जम्मू एवं कश्मीर के अलगावबादी नेता यासीन मलिक ने पाकिस्तान जाकर जब भारत के कट्टर दुश्मन और पूरी दुनिया में दहशतगर्दी की ज़मीन पुख्ता करने वाले दुर्दांत आतंकी, प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-उद-दाबा प्रमुख हाफ़िज़ सईद के साथ मंच साझा किया था और उसके साथ हड़ताल पर बैठा था, तब सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी 'मुस्लिम तुष्टीकरण' के चलते यासीन मलिक की उक्त घोर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर कार्यवाही करना तो दूर टिप्पणी करने तक से बचती रही थी, क्योंकि उस वक़्त कांग्रेस पार्टी की नज़र राष्ट्रहित न होकर मुस्लिम वोटों को हासिल करने पर लगी हुई थी। अब जब भारत के सच्चे राष्ट्रभक्त, निर्भीक, मनीषि, वरिष्ठ पत्रकार डॉ वेद प्रताप वैदिक बतौर पत्रकार अपनी एक ग़ैर राजनीतिक निजी पाकिस्तान यात्रा के दौरान पाकिस्तान की सरपरस्ती में फल-फूल रहे, पकिस्तानी माँद में महफ़ूज़ बैठे अंतर्राष्ट्रीय आतंकी हाफ़िज़ सईद से दिनाँक 02/07/2014 को मुलाक़ात करके उसके भारत विरोधी मंसूबों और कलुषित कपटपूर्ण चालों को उससे जानने का प्रयास करते हैं, और जुटायी जानकारी भारत लौटकर देश के साथ साझा करते हैं, तो यही कांग्रेस पार्टी डॉ वैदिक की उक्त मुलाक़ात को अपने दोहरे चरित्र के चलते ग़ैरबाज़िब राजनैतिक रंग देने की साज़िश में संसद के दोनों सदनों में हो-हल्ला करके संसदीय कार्य निष्पादन को ठप्प करने का प्रयास करती है, जो पूर्णतया निन्दनीय है।
पूर्णतया अपनी ज़मीन खो चुकी, भ्रष्ट कांग्रेस पार्टी को यह याद रखना चाहिये कि राष्ट्रहितों की बलि देकर, केवल अपनी स्वार्थ-सिद्धि में और मुस्लिम वोटों के लालच में मुस्लिम तुष्टिकरण करते रहना राष्ट्र-हानि के साथ-साथ भारत के सच्चे राष्ट्रभक्त मुस्लिमों की राष्ट्र-निष्ठा का अपमान करना भी है।
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