गत् सप्ताह यू० पी० बीजेपी इकाई के इन्चार्ज श्री अमित शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनसभाओं में आम जनता से बदला लेने की बात कही है। कहीं ऐसा तो नहीं है, कि श्री शाह के इस बयान पर उन पार्टियों और लोगों ने हाय-तौबा मचा रखी हो, जिनके दिलों में मुज़फ्फरनगर के हालिया दंगो की भागेदारी का पाप छुपा है ?
जग जाहिर है कि चुनावों में आम जनता के पास बदला लेने का एक मात्र और सबसे प्रभावी हथियार उन लोगों और उन राजनीतिक पार्टियों के ख़िलाफ़ वोट करने का होता है, जो अव्यवस्थाओं, दंगों, भ्रष्टाचारी और जान-माल के नुकसान के लिये ज़िम्मेदार होते हैं।
श्री अमित शाह ने 'बदला लेने' बाली ऐसी ही अपील आम जनता से की है, इसमें असंवैधानिक या ग़ैर-क़ानूनी क्या है ?
No comments:
Post a Comment