सहारनपुर (उ० प्र० ) से कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवार श्री इमरान मसूद के मामले में कल (29.03.2014) सहारनपुर रैली में श्री राहुल गाँधी की लीपा-पोती के बाद कांग्रेस श्री इमरान मसूद के समर्थन में आज खुले तौर पर उतर आयी है। कांग्रेस के 'लीगल सेल' ने कहा है कि "उजागर किया गया श्री नरेन्द्र मोदी को जान से मारने की धमकी देने वाला श्री इमरान मसूद का वीडिओ छः माह पुराना है, जब श्री मसूद समाजवादी पार्टी में थे।" इससे सम्बन्धित चार प्रश्न कांग्रेस को देशवासिओं को देने चाहिये :-
1. श्री इमरान मसूद ने कल (29.03.2014) को जेल जाते समय कहा था कि "नरेन्द्र मोदी के मामले में वो 100 बार जेल जाने को तैयार हैं, लेकिन अपनी मंशा नहीं बदलेंगे।" श्री इमरान मसूद ने अपनी उक्त धमकी को न केवल दोहराया (Reiterate किया) है, बल्कि उनका बयान छः महीने पुराना होने वाला बहाना (Excuse) भी उन्होंने नहीं किया। फिर कांग्रेस किस मुँह से श्री इमरान मसूद का बयान छः महीने पुराना होने वाला 'एक्सक्यूज़' ले रही है, और मौज़ूदा समय में उनको पाक-साफ़ साबित करने पर आमादा है?
2. एक अपराधी को सज़ा देने के लिये क्या उसका अपराध ताज़ा अर्थात हाल में घटित हुआ होना चाहिये? अपराध कथित तौर पर छः महीने बाद यदि उजागर हुआ है, तो क्या अब 29.03.2014 में उस अपराध के लिये कानूनी कार्यवाही नहीं की जा सकती है?
3. भारत के देश-भक्त मुस्लिम समाज को कांग्रेस ने क्या इतना कमज़ोर समझ रखा है, कि उनमें ग़लत-को-ग़लत और सही-को-सही कहने की हिम्मत नहीं है ? दरअसल, कांग्रेस मुस्लिम समाज को अपने वोट-बैंक के आलावे कुछ नहीं समझती है।
4. देश का मुस्लिम समाज कहीं नाराज़ न हो जाये और वोट न करे! क्या इसलिये कांग्रेस श्री इमरान मसूद के अपराध का समर्थन कर रही है? क्या कांग्रेस की नज़र महज़ मुस्लिम भाईयों-बहनों के वोट पर है?